Bachelor Of Electropathy Medicine And Surgery (Bems)
BEMS Full Form Kya Hai
BEMS का फुल फॉर्म Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery होता है।
इसे हम पढ़ते समय कुछ इस प्रकार से उच्चारण करते हैं “बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी”।
हिंदी में इस कोर्स को “वैद्युत सम चिकित्सा दवाई और सेल चिकित्सा में स्नातक” के नाम से जाना जाता है।
बारहवीं कक्षा के बाद अगर कोई छात्र BEMS कोर्स कर रहा है, तो हम उसे होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी में ग्रेजुएशन करना भी कह सकते हैं।
इस कोर्स के फुल फॉर्म की जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम इस कोर्स को विस्तार से जानेंगे।
What is BEMS Course Details in Hindi – BEMS Kya Hota Hai
BEMS Course एक ग्रेजुएशन स्तर का यानी स्नातक डिग्री कोर्स होता है। इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को मुख्य रूप से होम्योपैथी दवाई आदि के निर्माण एवं उन के माध्यम से चिकित्सा के बारे में शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिया जाता है।
यानि सरल भाषा में कहा जाए तो BEMS Course करके होम्योपैथिक डॉक्टर बना जा सकता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद कई सारे कैरियर विकल्प उपलब्ध हो जाते हैं।
BEMS Course Eligibility Details
यह एक होम्योपैथिक चिकित्सा से संबंधित अहम कोर्स है। इसमें प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट के पास कुछ प्रमुख योग्यताओं का होना जरूरी होता है। इस कोर्स के लिए नियम एवं योग्यताओं की जानकारी नीचे दी गई है।
- स्टूडेंट को सबसे पहले 12 वीं कक्षा पास करना होगा।
- 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय का होना अनिवार्य है।
- विज्ञान विषय में जीव विज्ञान एवं रसायनिक विज्ञान विषय का होना अनिवार्य होता है।
- 12वीं कक्षा में स्टूडेंट को कम से कम 50% अंक प्राप्त करना होता है।
- कुछ संस्थान या कॉलेजों में 45% अंक प्राप्त करने पर भी BEMS कोर्स के योग्य माना जाता है।
- स्टूडेंट की उम्र कम से कम 17 वर्ष होना चाहिए।
- कोर्स में प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट को प्रवेश परीक्षा से गुजरना पड़ सकता है।
ये कुछ प्रमुख योग्यताएं हैं जिनके आधार पर स्टूडेंट को BEMS Course में प्रवेश दिया जाता है।